Friday, March 28, 2014

A truck can teach-

एक ट्रक के पीछे लिखा था -
"सामने देख-सपने न देख  "

Tuesday, March 18, 2014

डिनर से पैसा-

सुना है कुछ लोग डिनर से पैसा इकठ्ठा कर रहे हैं.… 
किसी के साथ खाना खाने के लिए चन्दा देने की क्या जरुरत ?
जितने लाख डिनर में दिया उतने में तो सैकड़ों  गरीबों-जरूरतमंदों को खुद खिला सकते थे
किसी भी गरीब के घर जाइये - खाइये - वो भले ही भूखा हो आपको खिलायेगा -पैसा तो कत्तई नहीं मांगेगा
आखिर ये हमारी संस्कृति है, हम कितना भी गिर जाएं  भौतिकता का नशा अभी इतना भी  नहीं चढ़ा।-(सत्यमेव जयते)

Thursday, March 6, 2014

एक ग़िला :-

जो मैं कहना चाहता था अक्सर या  तो कह नहीं पाया या फिर लोगों ने  उसका दूसरा मतलब निकाल लिया।