Saturday, October 27, 2012

Ek achhee rachna kisee achhe shayar kee-



जिन्दा रखता है मगर जीना मुहाल रखता है
मेरा मसीहा भी मेरा कितना ख्याल रखता है..
दिन तो गुजर जाता है पेट से वफा करने मेँ
रात को दिल मगर हजारोँ सवाल रखता है..
लाली चेहरोँ से सियासतदानोँ के टपकती रहती है
धन काला है मगर चेहरोँ को लाल रखता है..
फँसा लेता है सामने आ जाये कोई मछली अगर
छिपा कर अपने वजूद मेँ हर शख्स जाल रखता है..
बूढ़े बाप की दवाई की पर्ची खो जाती है अक्सर
मगर बेटा वसीयत को बहुत सम्हाल रखता है..
माँ ने एक उम्र तक धोयी थी उसकी गन्दगी 'हरमन'
वो माँ के पास जाता है, मुँह पर रुमाल रखता है........

राजनैतिक सुधार-

हिंदुस्तान में आर्थिक सुधारों के बाद समय आ गया है की राजनैतिक सुधारों की बात की जाय . राजनैतिक सुधारों की बात इसलिए भी जरूरी है क्योंकि राजा (शासक ) के भाग्य से प्रजा (देश )का भाग्य निर्धारित होता है . प्रजा अपने भाग्य और अपनी नियति से खुश नहीं और राजा को अपने आर्थिक सुधारों से फुर्सत नहीं .मसलन आर्थिक सुधार  के लिए  राजा के सभासद अपने-अपने क्षेत्र में विकास निधि की धनराशि  भी उसी व्यक्ति, स्कूल या ठेकेदार को देना पसंद करते हैं जो 40% उन्हें वापस लौटा दे .दाता भी खुश- पाता भी खुश ;दोनों मजे में हैं ,बीच में नाखुश इस देश का भाग्य है .जनता वोटर बनकर धन्य है ,कृतकृत्य है ; इलेक्टर बनने और इलेक्ट हो जाने की उसे फुर्सत भी नहीं है .-सत्यमेव जयते

Sunday, October 7, 2012

SMS of the week-

कुछ इस  तरह से मैंने अपनी जिन्दगी  को आसान कर लिया -
कुछ से माफ़ी माँग ली और
 कुछ को माफ़ कर दिया .-From -(नवनीत पाण्डे ADM )


Friday, October 5, 2012

Time's answer-



Do not bother if you are answer -less because sometimes only time answers not you.-satyamev jayate 

Wednesday, October 3, 2012

हार -जीत के मायने ?-

ये तो  सच  है कि हार अक्सर कष्टप्रद होती है किन्तु ये जरूरी नहीं कि हर जीत खुशियों से ही  भरी हो . -सत्यमेव जयते