Tuesday, March 18, 2014

डिनर से पैसा-

सुना है कुछ लोग डिनर से पैसा इकठ्ठा कर रहे हैं.… 
किसी के साथ खाना खाने के लिए चन्दा देने की क्या जरुरत ?
जितने लाख डिनर में दिया उतने में तो सैकड़ों  गरीबों-जरूरतमंदों को खुद खिला सकते थे
किसी भी गरीब के घर जाइये - खाइये - वो भले ही भूखा हो आपको खिलायेगा -पैसा तो कत्तई नहीं मांगेगा
आखिर ये हमारी संस्कृति है, हम कितना भी गिर जाएं  भौतिकता का नशा अभी इतना भी  नहीं चढ़ा।-(सत्यमेव जयते)

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